अजी भत्ता तो बहुत छोटी चीज है ... इसे छोड़ने में क्या जाता है .., हजार दो हजार का क्या .., आपकी सरकार पर तो लाखों करोड़ डकारने के आरोप हैं ..! उसमें से हिस्सा आ जाएगा साहब ..! आपको चिता कहाँ है देश के गरीव व्यक्ती की ...! देश के साथ इमानदार होते तो सबसे पहले .., नरेगा के मजदूर की मजदूरी ३०० रूपए प्रति दिन करते ..! न्यूनतम मजदूरी ३०० रूपये प्रति दिन करते और इसके बाद खुद के वेतन भत्ते बढ़ाते ...! जो मंहगाई भुगत रहा है उस वर्ग को क्या दिया महाशय .. यह तो बताओ..! डकेता और लुटेरों के सिपहसालारों को जनता माफ़ नहीं करती .. जो बिहार में हुआ वह आगे देश में होने वाला है ..! सावधान हो जाओ कांग्रेस और उनके सहयोगी ..!
देश में तो एक आम व्यक्ती को उसकी भाषा में न्याय तक नहीं मिलता .., इस संसद के चलने और न चलने से क्या फर्क पढता है ..! सामान नागरिक संहिता की संवैधानिक बात लागू नहीं होती है ..! आम व्यक्ती को हर तरह से मोहताज बना कर उसे परिजीवी बना दिया गया ...! उसे बी पी एल के दल दल में धकेल दिया गया ..! कौन है एक आम आदमी को गरीवी के दल दल में गिराने वाला ..! महंगाई से लुटवाने वाला ..! उस पर खर्च होने वाले पैसे को घोटालों में चोरी करवा देने वाला ..!! और फिर मजाक की हम दैनिक भत्ता नहीं लेंगे ..!!
संसद में 2जी स्पेक्ट्रम मामले की जेपीसी से जांच की मांग पर पिछले कई दिनों से चले आ रहे गतिरोध के चलते कांग्रेस ने घोषणा की है कि उसके सांसद में कोई काम नहीं होने के कारण इस सत्र का भत्ता नहीं लेंगे। मगर भाजपा सहित विपक्षी दलों ने इसे यह कहते हुए खारिज कर दिया कि कांग्रेस की यह मुद्दे से ध्यान हटाने की चाल है।
maja aagaya
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